वर्चस्व और कामोत्तेजना की दुनिया में, एक चमकदार फूहड़ अपने प्रमुख मास्टर की सेवा करती है। यह नारीवादी कुतिया, प्रतिबिंबित पोशाक में सजी हुई है, अपने मास्टर की इच्छाओं में लिप्त है, अपनी नारीवादी पहचान को गले लगाती है। जब वह अपने प्रमुख बुत मास्टर को खुश करती है, तो अपनी इच्छाओं की गहराई तलाशती है।