दादाजी के भागने से उन्हें एक सुनसान पार्क बेंच पर ले जाया गया, जहां एक कामुक आकर्षक महिला इंतजार कर रही थी। उन्होंने उसकी पतलून खोलकर, उसे कुशलतापूर्वक आनंदित किया, खुले आसमान के नीचे उनकी वासना सामने आई। बाहरी जुनून के रोमांच ने उनकी कामुक इच्छाओं को और भड़काया।