एक शर्मीली किशोरी अपने सुंदर सहपाठी पर हावी हो जाती है, और उनका गुप्त प्यार परवान चढ़ जाता है। कहा मियाज़ाकी का मासूम आकर्षण और उसका अनूठा आकर्षण उनके पहले भावुक मुठभेड़ को चिह्नित करता है। दीवार की आड़ में उनका निषिद्ध प्यार उनका अंतरंग पनाहगाह बन जाता है।